इतिहास

खेरोट पंचायत का गठन वर्ष 1965 में हुआ था . उस समय खेरोट पंचायत के अंतर गर्त निम्न गाव आते थे. खेरोट, नई का पठार, बोरवाना, केरवास, सोहानपुर, जहाज़पुर, सोडलपूरिया व तालाब खेडा . पंचायत के प्रथम सरपंच श्री चंपालाल जैन बने. दूसरा सरपंच श्री उकारलाल वयाश तृतीय सरपंच श्री उकारलाल वयाश जिनको दुबारा सरपंच बनने का मोका मिला. चोथे सरपंच पद पर प्रभु लाल पाटीदार रहे पाचवे चुनाव में सरपंच पद पर मनोहरलाल नागर रहे . छट्वे सरपंच के चुनाव में सरपंच पद के दावेदार कनिराम रैडाश रहे ,पंचायत के सातवे चुनाव मे श्रीमती रोडिबाई मीना सरपंच पद की दावेदार रही, जो खेरोट पंचायत प्रथम महिला सरपंच बनी. आठवे सरपंच चुनाव मई श्री लक्षमण मीना सरपंच रहे एवं नॉवे सरपंच पद पर श्रीमती रोडिबाई मीना दुबारा सरपंच है. प्रथम में सरपंच का चुनाव का कार्यकाल तीन वर्ष रहता था बाद में पाँच वर्ष में होने लगा आज भी सरपंच का चुनाव पाँच वर्ष में ही होता है. पंचायत भवन का निर्माण वर्ष 1977 में हुआ था इससे पहले पंचायत का संचालन स्कूल के भवन से होता था. वर्ष 1995 मे केरवास नाइ का पठार बोरवाना ,जहाज़पुर को खेरोत पंचायत से अलग कर पंचायत केरवास के नाम से गठन कर दिया गया, एवं सोधलपूरिया एवं सोहानपुर गंधेर पंचायत में ले लिए गये. एवं खेरोट पंचायत में खेरोट व तालाब खेडा दो गाव रहे.

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